दुनिया का सबसे छोटा जिराफ, यह दूसरे जिराफ से 50% से भी ज्यादा छोटा; कद ने चलना-फिरना किया मुश्किल
अमूमन एक जिराफ की लम्बाई 18 फीट होती है, लेकिन अफ्रीका में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। युगांडा में वैज्ञानिकों ने दो ऐसे जिराफ खोजे हैं जो दुनियाभर में सबसे छोटे हैं। पहले न्यूबियन जिराफ की लम्बाई 9.4 फीट है। दूसरे, एंगोलेन जिराफ की लम्बाई 8.5 फीट है। दोनों को जिराफ कंजर्वेशन फाउंडेशन और स्मिथसोनियन कंजर्वेशन बायोलॉजी इंस्टीट्यूट ने मिलकर खोजा है।
इनकी लम्बाई इतनी कम क्यों है, इसे समझने के लिए वैज्ञानिकों ने इनकी जांच की। जांच में सामने आया कि ये जिराफ बौनेपन से जूझ रहे हैं। वैज्ञानिक भाषा में इसे स्केलेटल डिस्प्लेसिया कहते हैं।
बीमारी जिसने लम्बाई बढ़ने से रोका
वैज्ञानिकों के मुताबिक, स्केलेटल डिस्प्लेसिया ऐसी बीमारी है, जिसमें हडि्डयों का विकास ठीक से नहीं हो पाता। उम्र बढ़ने के बावजूद ये छोटी रह जाती हैं। यह बीमारी इंसान और जानवर दोनों को हो सकती है। हालांकि, जानवरों में इसके मामले काफी कम पाए जाते हैं। जिराफ में स्केलेटल डिस्प्लेसिया होने का यह पहला मामला है।
बौनेपन का उम्र पर असर लेकिन चलना-फिरना आसान नहीं
जिराफ कंजर्वेशन फाउंडेशन के साथ काम करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है, जिराफ मैच्यौर हो चुका है। इसके बौनेपन से इसकी उम्र पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए। न्यूबियन जिराफ छोटे पैरों के कारण बहुत ज्यादा चल-फिर नहीं पाता। यह पहली बार 2015 में युगांडा के मर्चिशन फाल्स नेशनल पार्क में देखा गया था। वहीं, एंगोलेन जिराफ को जुलाई, 2020 में देखा गया था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hQFhw1
via IFTTT
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in comment box